मैं सच कहूंगी …
मैं सच कहूंगी तुम उसे झूठ समझ लेना
मेरे हर एक झूठ पे तुम एक चुम्बन धर देना
मैं कहूंगी तुम मेरे साथी हो, दिया में जैसे बाती हो
तुम उठना उठ कर इस पाती पे एक चुबन धर देना
मैं कहूं अगर मैं रोई थी, लगा जब तुम्हें मैं खोई थी
उठना उठ कर बरबस तुम अपने अंकों में भर लेना !
~ सिद्धार्थ