~”मैं श्रेष्ठ हूँ”~ यह आत्मविश्वास है… और ~”मैं श्रेष्ठ हूँ”~ यह आत्मविश्वास है… और ~”मैं ही श्रेष्ठ हूँ”~ यह अहंकार है…