मैं रोता रहा
****** मैं रोता रहा ********
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रात भर याद कर मैं रोता रहा
प्यार में आह भर मैं रोता रहा
तुम मिले जो मुझे मैं तो तर गया
प्रेम में हार कर मैं रोता रहा
बेवफा तुम हो ,तन्हाई में तन्हां
बेवफाई मिली , मैं रोता रहा
राह पर हम संग तेरे यूँ चले
साथ छूटा बीच में,मैं रोता रहा
याद तेरी में सदा खोया रहा
प्रीत तुमसे हटी , मैं रोता रहा
तस्वीर तुम्हारी सनम हैं बसाई
देख सूरत हसीं , मैं रोता रहा
सुखविंद्र आखों में आँसू आए
जुदाई में जुदा , मैं रोता रहा
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)