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30 Apr 2024 · 1 min read

मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ

मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
अपने हाथ में कलम कंधे पे बस्ता रखता हूँ
रोज ही आते हैं गम रुलाने को मुझे
फिर भी मैं लबों पे हँसी मुस्कुराता चेहरा रखता हूँ

1 Like · 64 Views
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