मैं भी “फ़ादर” हूँ
मैं भी “फ़ादर” हूँ
किसी तरह बुनता हूँ, प्रेम से एक चादर
बच्चे बोलते हैं , यह तो छोटी है फ़ादर !
चलो, कोई बात नहीं
इसे ही ओढ़ लो और मुस्कुराओ
थोड़ा टारगेट पर जल्दी से आओ
ले लूँ एक सेल्फ़ी और आगे बढ़ जाऊँ
मेरा बेटा भी डूढ़ रहा है एक वर्ष बाद
कहता है ,
दादा जी की तरह लूँगा तेरी भी तसवीर
तेरे पथ का अनुगामी हूँ
मैं इतिहास दुहराऊँगा
और स्टैटस पर लगाऊँगा
पापा तेरी यही तसवीर
यह सुन मैं कातर हूँ
कैसे कहूँ
मैं भी फ़ादर हूँ !!