मैं भागीरथ हो जाऊ ,
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मैं भागीरथ हो जाऊ ,
तू गंगा मेरी बन जाए ।
मैं गुलशन सा हो जाऊ,
तू खुशबू सारी बन जाए।
आबाद करें ये प्रीत सदा,,
अपने इन्ही इरादों से ।
आ जाओ तुम पास हमारे,
उड़कर मेरे ख्वबों से ।।
✍️कैलाश
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
तू गंगा मेरी बन जाए ।
मैं गुलशन सा हो जाऊ,
तू खुशबू सारी बन जाए।
आबाद करें ये प्रीत सदा,,
अपने इन्ही इरादों से ।
आ जाओ तुम पास हमारे,
उड़कर मेरे ख्वबों से ।।
✍️कैलाश