Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

मैं पढ़ता हूं

मैं पढ़ता हूं
अखबार,खबर,पत्रिका,संदेश
विदेशी,देशी,स्थायी,भावावेश।

कुछ कोर्स भी, सोर्स भी, बोफोर्स भी
व्यक्तिगत,समष्टिगत,परीक्षा अनुदेश।।

मैं पढ़ता नहीं हूं
व्यवहार,बहार,हार, लाचार
खुद का,खुशी का ,दुःखी की,संसार।।

बढ़ रही,बढ़ चुकी,प्रखरतया अनुपचारी।
महामारी,बीमारी, मतिमारी,दुराचारी।।

फलतः धोखा-फरेबी और बातून करेली।
मीठा बोल ,घोल मधुरस,बनी नई हवेली।।

कुछ वेदनीय पिघला शीशा-सा ।
घुल रहा, मिल रहा,पयसि पयस्-सा।
सहज ही,मानवता से, अविभाज्य अंश बन हंस को भी।।

मैं सूंघता नहीं हूं
झोपडी – परिधि की कूड़ा-गंदगी,
भूला देता हूं नाली की गंध भी, सिगरेट के छल्ले बना सभी।

मुझे परख है सफाई की , इत्र से खुुशनुमां रखता हूं बदन,
वतन और पर तन को दुत्कारता हूं, अपने फुत्कारते नथूनों से।क्योंकि मैं सूंघता नहीं हूं।।

मैं देखता नहीं हूं
बेईमानी,मनमानी,नादानी,कारस्तानी।
आंखें इशारे से समझती हैं,समझाती है भविष्यत् इष्यत् को।
पर पट्टी बंधी है, नजदीक से चश्मदीद-सा तसदीक नहीं करता हूं,

मैं पढ़ता नहीं ,
देखता नहीं,
सुनता नहीं क्योंकि मैं पढ़ने को बना नहीं हूं,
बढ़ने को पढ़ रहा हूं।।

2 Likes · 133 Views

You may also like these posts

ना कल की फिकर
ना कल की फिकर
Kanchan Alok Malu
इस नदी की जवानी गिरवी है
इस नदी की जवानी गिरवी है
Sandeep Thakur
आजाद पंछी
आजाद पंछी
Ritu Asooja
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
आकाश और पृथ्वी
आकाश और पृथ्वी
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
आशाएं
आशाएं
Saurabh Kadam
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
P S Dhami
मुस्कुराहट के ज़ख्म
मुस्कुराहट के ज़ख्म
Dr fauzia Naseem shad
"चाँद सा चेहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनो
सुनो
sheema anmol
*भाई और बहन का नाता, दुनिया में मधुर अनूठा है (राधेश्यामी छं
*भाई और बहन का नाता, दुनिया में मधुर अनूठा है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
संभलकर
संभलकर
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
यूँ तो बिखरे हैं
यूँ तो बिखरे हैं
हिमांशु Kulshrestha
#मुरकियाँ
#मुरकियाँ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
महालय।
महालय।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शक्ति स्वरूपा
शक्ति स्वरूपा
Uttirna Dhar
गॉड दैट फेल्ड
गॉड दैट फेल्ड
Shekhar Chandra Mitra
सबने सब कुछ लिख दिया, है जीवन बस खेल।
सबने सब कुछ लिख दिया, है जीवन बस खेल।
Suryakant Dwivedi
बहर हूँ
बहर हूँ
Kunal Kanth
बात ही कुछ और है
बात ही कुछ और है
manorath maharaj
जय
जय
*प्रणय*
रूह का छुना
रूह का छुना
Monika Yadav (Rachina)
वह हमारा गुरु है
वह हमारा गुरु है
gurudeenverma198
माँ शारदे
माँ शारदे
Sudhir srivastava
मायावी लोक
मायावी लोक
Dr. Rajeev Jain
Loading...