Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2018 · 1 min read

” मैं तेरी ज्योति “

“तुम आशा की बाती हो मैं हूँ तेरी ज्योति,
तुम जीवन की माला हो मैं साँसों की मोती,
तुम नदिया की धारा हो,मैं हूँ एक किनारा,
तुम बिन मेरा मुझ बिन ना है,कोई अस्तित्व तुम्हारा “

Language: Hindi
189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
प्यार
प्यार
Shriyansh Gupta
माटी तेल कपास की...
माटी तेल कपास की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
अमिट सत्य
अमिट सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
As gulmohar I bloom
As gulmohar I bloom
Monika Arora
"पत्नी के काम "
Yogendra Chaturwedi
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
4317.💐 *पूर्णिका* 💐
4317.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
खुद को पाने में
खुद को पाने में
Dr fauzia Naseem shad
सांसों के सितार पर
सांसों के सितार पर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
गीतिका और ग़ज़ल
गीतिका और ग़ज़ल
आचार्य ओम नीरव
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Manisha Manjari
आदि ब्रह्म है राम
आदि ब्रह्म है राम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जैसे आँखों को
जैसे आँखों को
Shweta Soni
नज़र नहीं आते
नज़र नहीं आते
surenderpal vaidya
पापा के परी
पापा के परी
जय लगन कुमार हैप्पी
देश आज 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा,
देश आज 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा,
पूर्वार्थ
दोहा छंद
दोहा छंद
Seema Garg
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
सत्य कुमार प्रेमी
"मृतक" के परिवार को 51 लाख और "हत्यारे" को 3 साल की ख़ातिरदार
*प्रणय प्रभात*
ज़िंदगी की जद्दोजहद
ज़िंदगी की जद्दोजहद
Davina Amar Thakral
एक ही राम
एक ही राम
Satish Srijan
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
Anil Mishra Prahari
माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
عظمت رسول کی
عظمت رسول کی
अरशद रसूल बदायूंनी
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
Shashi kala vyas
बना दिया हमको ऐसा, जिंदगी की राहों ने
बना दिया हमको ऐसा, जिंदगी की राहों ने
gurudeenverma198
गुरूता बने महान ......!
गुरूता बने महान ......!
हरवंश हृदय
मेरे पास OPTIONS की कमी नहीं थी मेरी जान,
मेरे पास OPTIONS की कमी नहीं थी मेरी जान,
Ravi Betulwala
ग़ज़ल–मेरा घराना ढूंढता है
ग़ज़ल–मेरा घराना ढूंढता है
पुष्पेन्द्र पांचाल
Loading...