मैं तेरा कृष्णा हो जाऊं
जी चाहता है, मैं तुझमें खो जाऊं
भुला कर खुद को, तेरा हो जाऊं
मेरी खुशियों में, तुम मुस्कुराओ
और गमों में आँसू, अपनी आँख से बहाऊं
तू रब है मेरा, जान है मेरी
उस अनदेखे खुदा को, कैसे अपनाऊं
सुना है, किस्मत ऊपर लिखी जाती हैं
क्यूँ ना, मैं तेरा कृष्णा हो जाऊं
प्रेम तो महान है, राधा से भी तुम्हारा
मैं भी कृष्णा जैसी हद से,
क्यूँ ना गुजर जाऊं
ये कोई फ़साना नहीं, महज़ दो लब्ज़ों की कहानी है
सारी दुनियाँ छोड़कर, मैं तुझे अपनाऊं
जी चाहता है…
… भंडारी लोकेश ✍️