Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Oct 2021 · 1 min read

मैं तुम हम

** मैं-तुम-हम **
**************

तुम बिना मैं नहीं,
मैं बिना तुम नहीं।

मैं -तुम से हम हैं,
हम से मैं-तुम हैं।

जब से मैं-तुम-हम,
फिर है कैसा गम।

हम ही से है दम,
न किसी से हैं कम।

हम गर संग – संग,
बदले रंग – ढंग।

नहीं कहीं मैं-तुम,
रहेंगे सदा हम।

जिन्दगी संक्षिप्त,
मैं तुम नहीं रिक्त,

प्रीत की हो लग्न,
कभी ना हो जलन

सुनो प्रेम की धुन,
राह प्रेम की चुन।

ना हो वाद-विवाद,
मधुर हो संवाद।

मधु जीवन-उमंग,
देख हों सब दंग।

मनसीरत हम दम,
ना हो कोई गम।
**************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रेत और जीवन एक समान हैं
रेत और जीवन एक समान हैं
राजेंद्र तिवारी
ज़िंदगी तेरा हक़
ज़िंदगी तेरा हक़
Dr fauzia Naseem shad
"गलतफहमी"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम निवेश है ❤️
प्रेम निवेश है ❤️
Rohit yadav
" दीया सलाई की शमा"
Pushpraj Anant
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – आविर्भाव का समय – 02
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – आविर्भाव का समय – 02
Kirti Aphale
दोस्ती का मर्म (कविता)
दोस्ती का मर्म (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
Harminder Kaur
"We are a generation where alcohol is turned into cold drink
पूर्वार्थ
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
ग्रीष्म
ग्रीष्म
Kumud Srivastava
।।  अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
Madhu Mundhra Mull
अधूरा नहीं हूँ मैं तेरे बिना
अधूरा नहीं हूँ मैं तेरे बिना
gurudeenverma198
कितना रोके मगर मुश्किल से निकल जाती है
कितना रोके मगर मुश्किल से निकल जाती है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दोस्त न बन सकी
दोस्त न बन सकी
Satish Srijan
भगवान बचाए ऐसे लोगों से। जो लूटते हैं रिश्तों के नाम पर।
भगवान बचाए ऐसे लोगों से। जो लूटते हैं रिश्तों के नाम पर।
*प्रणय प्रभात*
दौलत
दौलत
Neeraj Agarwal
शहर में बिखरी है सनसनी सी ,
शहर में बिखरी है सनसनी सी ,
Manju sagar
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
आर.एस. 'प्रीतम'
........,
........,
शेखर सिंह
उछल कूद खूब करता रहता हूं,
उछल कूद खूब करता रहता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
कवि रमेशराज
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भारत के बच्चे
भारत के बच्चे
Rajesh Tiwari
सुंदर नाता
सुंदर नाता
Dr.Priya Soni Khare
गाँव पर ग़ज़ल
गाँव पर ग़ज़ल
नाथ सोनांचली
2328.पूर्णिका
2328.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जीवन है बस आँखों की पूँजी
जीवन है बस आँखों की पूँजी
Suryakant Dwivedi
चन्दा लिए हुए नहीं,
चन्दा लिए हुए नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...