Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

मैं झूठा हूँ, भीतर से टूटा हूँ।

मैं झूठा हूँ, भीतर से टूटा हूँ।
मैं आलसी, बेबस मानुष हूँ।।

मैं खुश को ना:खुश कर भी दूँ,
मैं पाक़ नहीं, मृगतृष्णा हूँ,
मैं सोचता हूँ, मैं मानुष हूँ।
क्यूँ सोचता हूँ, मैं मानुष हूँ।।

Language: Hindi
2 Likes · 23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शराब
शराब
RAKESH RAKESH
मनमर्जी की जिंदगी,
मनमर्जी की जिंदगी,
sushil sarna
दोस्ती के नाम.....
दोस्ती के नाम.....
Naushaba Suriya
कई बार हम ऐसे रिश्ते में जुड़ जाते है की,
कई बार हम ऐसे रिश्ते में जुड़ जाते है की,
पूर्वार्थ
राजनीति की नई चौधराहट में घोसी में सभी सिर्फ़ पिछड़ों की बात
राजनीति की नई चौधराहट में घोसी में सभी सिर्फ़ पिछड़ों की बात
Anand Kumar
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
साहित्य क्षेत्रे तेल मालिश का चलन / MUSAFIR BAITHA
साहित्य क्षेत्रे तेल मालिश का चलन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
Shutisha Rajput
नज़र चुरा कर
नज़र चुरा कर
Surinder blackpen
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
फलक भी रो रहा है ज़मीं की पुकार से
फलक भी रो रहा है ज़मीं की पुकार से
Mahesh Tiwari 'Ayan'
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
Ajay Kumar Vimal
दो घूंट
दो घूंट
संजय कुमार संजू
विश्वकप-2023
विश्वकप-2023
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
Shweta Soni
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
समझदार बेवकूफ़
समझदार बेवकूफ़
Shyam Sundar Subramanian
अगर कभी मिलना मुझसे
अगर कभी मिलना मुझसे
Akash Agam
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
Neelofar Khan
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
Lokesh Sharma
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
Basant Bhagawan Roy
"" *रिश्ते* ""
सुनीलानंद महंत
■ बड़ा सवाल...
■ बड़ा सवाल...
*प्रणय प्रभात*
साथ
साथ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
** वर्षा ऋतु **
** वर्षा ऋतु **
surenderpal vaidya
विवाह मुस्लिम व्यक्ति से, कर बैठी नादान
विवाह मुस्लिम व्यक्ति से, कर बैठी नादान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दिल का तुमसे सवाल
दिल का तुमसे सवाल
Dr fauzia Naseem shad
*राम मेरे तुम बन आओ*
*राम मेरे तुम बन आओ*
Poonam Matia
3266.*पूर्णिका*
3266.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्य की खोज
सत्य की खोज
लक्ष्मी सिंह
Loading...