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25 Jan 2020 · 1 min read

मैं जिसे गाता-गुनगुनाता हूं

मैं जिसे गाता-गुनगुनाता हूं,
उस हसीना से आपको मिलाता हूं।

कत्थई सी हैं आंखे उनकी ,
मैं अक्सर उसी में घुल सा जाता हूं।

तू किसी समंदर से बहती जाती है,
मैं किसी तालाब सा सुख जाता हूं।

मिले थे तुम तो लगा जस्ने-बहार आ सा गया,
आंख खुलते ही दूर तुमसे खुद को पता हूं।

मैं तुझे पाने की कोशिश में,
तुझको खुद से हर दफा दूर पता हूं।

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 1 Comment · 212 Views
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