मैं जानता हूं नफरतों का आलम क्या होगा
मैं जानता हूं नफरतों का आलम क्या होगा
मुझे तुमसे बेइंतहा मोहब्बत जो है
मैं तुमसे दूर चला जाऊँ यही वो सोचते होंगे
मुझे तुमसे बेइंतहा मोहब्बत जो है
मेरी किस्मत में तूँ है सोचकर जलते होंगे
मेरे संग चलते देखकर हाथ मलते होंगे
मैं तुमसे दूर चला जाऊँ यही वो सोचते होंगे
मुझे तुमसे बेइंतहा मोहब्बत जो है
तूँ मेरे साथ है तो चाहत नही है दौलत की
तेरे सिवा जरूरत कहाँ है शौहरत की
मैं तुमसे दूर चला जाऊँ यही वो सोचते होंगे
मुझे तुमसे बेइंतहा मोहब्बत जो है
मेरी जिंदगी ही क्या है गर तूँ मौजूद नहीं
तेरे बिना सच्च कहूँ मैं मेरा वजूद नहीं
मैं तुमसे दूर चला जाऊं यही वो सोचते होंगे
मुझे तुमसे बेइंतहा मोहब्बत जो है
‘V9द’ कसम है ना छोड़कर जाना कहीं
कसम है दिल तोड़कर न जाना यूँ ही
मैं तुमसे दूर चला जाऊं यही वो सोचते होंगे
मुझे तुमसे बेइंतहा मोहब्बत जो है