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4 Jun 2024 · 1 min read

मैं ज़्यादा बोलती हूँ तुम भड़क जाते हो !

मैं ज़्यादा बोलती हूँ तुम भड़क जाते हो !

अंधेरी रात में हिलती हुई ,लालटेन की तरह !!

✍नील रूहानी…

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