✍️मैं जब पी लेता हूँ✍️
✍️मैं जब पी लेता हूँ ✍️
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मैं जब थोड़ीसी पी लेता हूँ ।
अस्सल जिंदगी जी लेता हूँ ।।
मुझे दुर तक कोई डर नहीं सताता है।
मेरे पास चारो ओर सब सन्नाटा होता है।।
फिर मुझ से कोई झूठ नहीं छुपाता है।
फिर मुझे कोई सच भी नहीं बताता है ।।
मेरे साथ ना गलत होता है ।
मेरे साथ ना अच्छा होता है ।।
ना मुझे कोई दुष्मन बुरा लगता है ।
ना मुझे कोई दोस्त प्यारा लगता है ।।
मुझे सारा जहाँ सच्चा लगता है ।
और सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां लगता है ।।
मैं जब थोड़ीसी पी लेता हूँ ….!
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✍️”अशांत”शेखर✍️
05/06/2022