Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2016 · 1 min read

मैं खामोश रहती हूँ

मैं बस खामोश रहती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है
ज़बाँ क़ाबू में रखती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है

नहीं सोती हूँ रातों को फ़क़त करवट बदलती हूँ
मैं शब् में तारे गिनती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है

पकड़ कर हाथ गैरों का दिखाते राह भी तुम हो
मैं अपनी राह चलती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है

बिन झपके पलक मैं तो तुम्हारी राह तकती हूँ
हमेशा रोती रहती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है

बहुत से लोग रहते हैं शहर की भीड़ है कितनी
अकेली , मैं तो रहती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है

सभी को जाम देते हो , कोई प्यासा नहीं फिर भी
मैं तिश्ना लब भटकती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है

बहुत सी अश्क की बूँदें रुकी है मेरी पलकों पर
यही मोती लुटाती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है

मरीज़ ए इश्क़ हूँ मेरी दवा तुम भी नहीं देते
अनु मैं टूट जाती हूँ तुम्हे क्या फर्क पड़ता है

अनु सिंह राजपूत

499 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चाय की दुकान पर
चाय की दुकान पर
gurudeenverma198
जन्म दायनी माँ
जन्म दायनी माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
Anis Shah
--बेजुबान का दर्द --
--बेजुबान का दर्द --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सरस रंग
सरस रंग
Punam Pande
विश्वास
विश्वास
Paras Nath Jha
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
manjula chauhan
सेवा या भ्रष्टाचार
सेवा या भ्रष्टाचार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कारण कोई बतायेगा
कारण कोई बतायेगा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
" दम घुटते तरुवर "
Dr Meenu Poonia
Maa pe likhne wale bhi hai
Maa pe likhne wale bhi hai
Ankita Patel
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" - "श्मशान वैराग्य"
Atul "Krishn"
"वक्त"के भी अजीब किस्से हैं
नेताम आर सी
जब लोग आपसे खफा होने
जब लोग आपसे खफा होने
Ranjeet kumar patre
यशस्वी भव
यशस्वी भव
मनोज कर्ण
प्रेम दिवानों  ❤️
प्रेम दिवानों ❤️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तेरी हर अदा निराली है
तेरी हर अदा निराली है
नूरफातिमा खातून नूरी
*जीवन खड़ी चढ़ाई सीढ़ी है सीढ़ियों में जाने का रास्ता है लेक
*जीवन खड़ी चढ़ाई सीढ़ी है सीढ़ियों में जाने का रास्ता है लेक
Shashi kala vyas
हो गई है भोर
हो गई है भोर
surenderpal vaidya
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
*सादगी के हमारे प्रयोग (हास्य व्यंग्य )*
*सादगी के हमारे प्रयोग (हास्य व्यंग्य )*
Ravi Prakash
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बिता जहाँ बचप
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बिता जहाँ बचप
Shubham Pandey (S P)
*****खुद का परिचय *****
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
The stars are waiting for this adorable day.
The stars are waiting for this adorable day.
Sakshi Tripathi
एक  चांद  खूबसूरत  है
एक चांद खूबसूरत है
shabina. Naaz
घाव करे गंभीर
घाव करे गंभीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बहुत उम्मीदें थीं अपनी, मेरा कोई साथ दे देगा !
बहुत उम्मीदें थीं अपनी, मेरा कोई साथ दे देगा !
DrLakshman Jha Parimal
Loading...