मैं कोई शायर नहीं हु,मैं कोई शायर नहीं हु
खून के शयायही से अल्फाज लिखता हु
दर्द भरे आशुवो से मैं कुछ पैगाम लिखता हु
मैं कोई शायर नहीं हु,मैं कोई शायर नहीं हु
बस टूटे दिल का अरमान लिखता हु
खून के शयायही से अल्फाज लिखता हु
दर्द भरे आशुवो से मैं कुछ पैगाम लिखता हु
मैं कोई शायर नहीं हु,मैं कोई शायर नहीं हु
बस टूटे दिल का अरमान लिखता हु