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22 May 2023 · 1 min read

मैं और मेरे प्रभु

मैं मीरा तुम घनश्याम प्रभु
मैं कलयुग तुम खाटू वाले श्याम प्रभु

मैं हीरा तुम हीरो की हो खान प्रभु
मैं दीपक तुम सूर्यो का हो भान प्रभु

मैं द्वापर की गोपीका तुम्हारी
तुम मेरे हो गोपाल प्रभु

मैं द्रोपदी सी सखी तुम्हारी
तुम लाज बचाते हर बार प्रभु

मै त्रेता की शिला अहिल्या
तुम तारणहारे राम प्रभु

मैं सीता तुम रघुनाथ प्रभु
मैं दुखियारी तुम प्राणों के हो नाथ प्रभु

मैं सतयुग की सती तुम्हारी
तुम कालों के हो काल प्रभु

तुम बारंबार हो राह दिखाते
मैं फिर भी हूं अनजान प्रभु

शरणागत की रक्षा करते
हैं ऐसे दीनानाथ प्रभु
=====================
“ललकार भारद्वाज”

1 Like · 245 Views
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