मैं और तुम अब साथ नहीं
मैं और तुम अब साथ नही
पर जज्बातों का सिलसिला तो है
मेरे ख्वाबो की दुनिया में तुम तो हो
जिसमें हम साथ तो हैं
ना हम लड़ते है और ना ही रूठते हैं
मैं और तुम अब साथ नहीं!
रहना भी सीख लिया हैं तेरे बिन अब
जी लेते हैं तुझको याद कर के
अपनी तंहाईयो में तेरी यादों को जीती हूँ
मै और तुम अब साथ नहीं!
दिल से मेरे कभी तुझे निकाल नही पाएंगे
मेरे हर ख्याल में जिंदा तु हैं
सपनो में मिल लेती हूँ तुझ से
तेरे काँधे पे सिर रख के रो लेती हूँ मैं
अपना हर दर्द बाट लेती हूँ तुझ से
मैं और तुम अब साथ नहीं हैं!!