Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2018 · 1 min read

“मैं इंसान हूँ”

ना मैं हिन्दू हूँ ना मैं मुसलमान हूँ
इंसान की औलाद हूँ मैं इंसान हूँ

ना मन्दिर हूँ कोई ना मस्ज़िद हूँ
ईंटो का वज़ूद मेरा मैं इक़ मकान हूँ

ना मैं अजर हूँ ना ही मैं अमर हूँ
माटी की बनी कब्र हूँ या मसान हूँ

ना मैं अमीरज़ादा कोई ना गरीब हूँ
मुसाफ़िर हूँ ज़िन्दगी का मैं हैरान हूँ

ना मैं गीता हूँ ना ही मैं कुरान हूँ
इंसानियत हूँ इंसानियत की ज़ुबान हूँ

ना कोई मज़हब मेरा ना कोई कारवाँ
इस जमीं पर चन्द दिनों का मेहमान हूँ

___अजय “अग्यार

320 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
.......रूठे अल्फाज...
.......रूठे अल्फाज...
Naushaba Suriya
रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके
रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके
Meenakshi Masoom
*याद है  हमको हमारा  जमाना*
*याद है हमको हमारा जमाना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"कविपन"
Dr. Kishan tandon kranti
23/75.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/75.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल जीतने की कोशिश
दिल जीतने की कोशिश
Surinder blackpen
जिंदगी बस एक सोच है।
जिंदगी बस एक सोच है।
Neeraj Agarwal
आया जो नूर हुस्न पे
आया जो नूर हुस्न पे
हिमांशु Kulshrestha
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
मेरी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा इनाम हो तुम l
मेरी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा इनाम हो तुम l
Ranjeet kumar patre
*महॅंगी कला बेचना है तो,चलिए लंदन-धाम【हिंदी गजल/ गीतिका】*
*महॅंगी कला बेचना है तो,चलिए लंदन-धाम【हिंदी गजल/ गीतिका】*
Ravi Prakash
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
Pramila sultan
राम अवध के
राम अवध के
Sanjay ' शून्य'
मजदूर है हम
मजदूर है हम
Dinesh Kumar Gangwar
मोहब्बत कि बाते
मोहब्बत कि बाते
Rituraj shivem verma
Kabhi kabhi paristhiti ya aur halat
Kabhi kabhi paristhiti ya aur halat
Mamta Rani
अर्ज किया है जनाब
अर्ज किया है जनाब
शेखर सिंह
निराला का मुक्त छंद
निराला का मुक्त छंद
Shweta Soni
నేటి ప్రపంచం
నేటి ప్రపంచం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है।
वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है।
सत्य कुमार प्रेमी
*स्पंदन को वंदन*
*स्पंदन को वंदन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पहले खंडहरों की दास्तान
पहले खंडहरों की दास्तान "शिलालेख" बताते थे। आने वाले कल में
*प्रणय प्रभात*
इश्क़ गुलाबों की महक है, कसौटियों की दांव है,
इश्क़ गुलाबों की महक है, कसौटियों की दांव है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
sushil sarna
Extra people
Extra people
पूर्वार्थ
ज्ञान से दीप सा प्रज्वलित जीवन हो।
ज्ञान से दीप सा प्रज्वलित जीवन हो।
PRADYUMNA AROTHIYA
ढूंढा तुम्हे दरबदर, मांगा मंदिर मस्जिद मजार में
ढूंढा तुम्हे दरबदर, मांगा मंदिर मस्जिद मजार में
Kumar lalit
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
Bhupendra Rawat
आसमान को उड़ने चले,
आसमान को उड़ने चले,
Buddha Prakash
मैं लिखता हूं..✍️
मैं लिखता हूं..✍️
Shubham Pandey (S P)
Loading...