मैं अपने अधरों को मौन करूं
मैं अपने अधरों को मौन करूं
तुम मेरे नैनों से बात करो
छोड़ो शब्दों का ये ताना बाना
तुम नैनो से नैनो की बात करो
एहसासों के सागर में से
कुछ पल मोती के चुन लेना
हाथ थामना मेरा ओर
कदम दर कदम चल देना
एक खुशियों का जहान
हम तुम मिलकर बनायेंगे
कुछ मौसम की सरगम से
हम धुन चुरा कर
प्यार की धुन बनायेंगे