Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2024 · 1 min read

मैं अपना जीवन

मैं अपना जीवन
भारत माँ पे अर्पित कर दूँ।
हे बलिदानी लोग जहाँ के
मैं अपना सारा जीवन वहां समर्पित कर दूँ।

हौसले होते है स्वपनों से ऊँचे जहां
मैं भी सारा जीवन वहाँ व्यतीत कर दूँ।
हे जो दुनिया की नजरों मे सम्मानित जहाँ
मैं भी आज उस भारत माँ को दिल से नमन कर दूँ।

हे जहा की मिट्टी इतनी महान
मैं भी वहां के वीरों बलिदानों मे अपना नाम कर दूँ।

मिले अगर मुझे भी मौका
मैं भी खुद को भारत माँ पे बलिदान कर दूँ।
इससे बडा सम्मान और क्या हो
जो मैं अपना जीवन
भारत माँ को समर्पित कर दूँ।
हे बलिदानी लोग जहां के
उस भारत माँ पे अपना सारा
जीवन अर्पित कर दूँ।

हे सम्मानित कितने लोग यहा के
क्यो ना मैं भी उनका मान बढाऊ।
हे जो भी अपने हाथों मे
क्यो ना मैं भी अपनी मुटठी खोल दिखाऊ।
देखे सारा जहाँ
मैं वहाँ भारत माँ का तिरंगा लहराऊ।

हे नमन भारत माँ को
मैं उन वीरों को सलामी देकर जाऊ।
हे खुद मैं हौसला इतना
के मैं अपने जहाँ के लिये कुछ करके जाऊ।

मैं भी अपना जीवन
भारत माँ पे अर्पित कर दूँ ।
हे बलिदानी लोग जहाँ के
मैं अपना सारा जीवन वहाँ समर्पित कर दूँ।…
**********************************
* Swami ganganiya *

Language: Hindi
99 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Swami Ganganiya
View all
You may also like:
पाखी खोले पंख : व्यापक फलक की प्रस्तुति
पाखी खोले पंख : व्यापक फलक की प्रस्तुति
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दोहे - नारी
दोहे - नारी
sushil sarna
स्त्री
स्त्री
Ajay Mishra
'वर्क -ए - ' लिख दिया है नाम के आगे सबके
'वर्क -ए - ' लिख दिया है नाम के आगे सबके
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कैसे कहे
कैसे कहे
Dr. Mahesh Kumawat
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
Pratibha Pandey
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
Kanchan Alok Malu
इक अदा मुझको दिखाया तो करो।
इक अदा मुझको दिखाया तो करो।
सत्य कुमार प्रेमी
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
पूर्वार्थ
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
VINOD CHAUHAN
हैं राम आये अवध  में  पावन  हुआ  यह  देश  है
हैं राम आये अवध में पावन हुआ यह देश है
Anil Mishra Prahari
शीर्षक - पानी
शीर्षक - पानी
Neeraj Agarwal
दीवाना दिल
दीवाना दिल
Dipak Kumar "Girja"
2803. *पूर्णिका*
2803. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी कैमेरा बन गयी है ,
जिंदगी कैमेरा बन गयी है ,
Manisha Wandhare
हजारों के बीच भी हम तन्हा हो जाते हैं,
हजारों के बीच भी हम तन्हा हो जाते हैं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
चकाचौंध की दुनियां से सदा डर लगता है मुझे,
चकाचौंध की दुनियां से सदा डर लगता है मुझे,
Ajit Kumar "Karn"
.
.
*प्रणय*
बेटी दिवस मनाने का लाभ तभी है ,
बेटी दिवस मनाने का लाभ तभी है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्रभु श्रीराम
प्रभु श्रीराम
Dr. Upasana Pandey
*कविवर शिव कुमार चंदन* *(कुंडलिया)*
*कविवर शिव कुमार चंदन* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
****भाई दूज****
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
यादों की याद रखना
यादों की याद रखना
Dr. Rajeev Jain
बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
ruby kumari
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
पतंग
पतंग
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मतलब का सब नेह है
मतलब का सब नेह है
विनोद सिल्ला
Loading...