Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2024 · 1 min read

मैं अक्सर देखता हूं कि लोग बड़े-बड़े मंच में इस प्रकार के बय

मैं अक्सर देखता हूं कि लोग बड़े-बड़े मंच में इस प्रकार के बयान देते हैं हिंदी को विस्तार करिए हिंदी का प्रचार करिए यह वही लोग हैं जो अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाते हैं। बड़े मुद्दों पर बात करने वाला व्यक्ति बड़ा नहीं होता उन मुद्दों पर समाधान देने वाला बड़ा होता है ।

Bindesh kumar jha

26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो औरों के बारे में कुछ सोचेगा
जो औरों के बारे में कुछ सोचेगा
Ajit Kumar "Karn"
खेल
खेल
*प्रणय प्रभात*
*एक-एक कर जब दोषों से, खुद को दूर हटाएगा (हिंदी गजल)*
*एक-एक कर जब दोषों से, खुद को दूर हटाएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
संवेदना
संवेदना
Neeraj Agarwal
आया है प्रवेशोत्सव
आया है प्रवेशोत्सव
gurudeenverma198
23/129.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/129.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*** तोड़ दिया घरोंदा तूने ,तुझे क्या मिला ***
*** तोड़ दिया घरोंदा तूने ,तुझे क्या मिला ***
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
If FEAR TO EXAMS is a Disease
If FEAR TO EXAMS is a Disease
Ankita Patel
Where is God
Where is God
VINOD CHAUHAN
പൈതൽ
പൈതൽ
Heera S
जब सुनने वाला
जब सुनने वाला
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
शीत लहर
शीत लहर
Madhu Shah
धनिकों के आगे फेल
धनिकों के आगे फेल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
क़यामत ही आई वो आकर मिला है
क़यामत ही आई वो आकर मिला है
Shweta Soni
आती है जाती है , दिल को भी लुभाती है ,
आती है जाती है , दिल को भी लुभाती है ,
Neelofar Khan
समझ
समझ
अखिलेश 'अखिल'
"अवसाद का रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ये तो मुहब्बत में
ये तो मुहब्बत में
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
क्षणिका :
क्षणिका :
sushil sarna
कोई हुनर तो हो हम में, कोई जज्बा तो हो,
कोई हुनर तो हो हम में, कोई जज्बा तो हो,
पूर्वार्थ
भारत को निपुण बनाओ
भारत को निपुण बनाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
तू आ पास पहलू में मेरे।
तू आ पास पहलू में मेरे।
Taj Mohammad
बचपन
बचपन
Vivek saswat Shukla
बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
शिव प्रताप लोधी
नयी शुरूआत
नयी शुरूआत
Dr fauzia Naseem shad
इंसान चाहे कितना ही आम हो..!!
इंसान चाहे कितना ही आम हो..!!
शेखर सिंह
छलावा
छलावा
Sushmita Singh
दोहे एकादश ...
दोहे एकादश ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मेरा वजूद क्या
मेरा वजूद क्या
भरत कुमार सोलंकी
Loading...