मैंने पत्रों से सीखा
मैंने पत्रों से सीखा
लुढ़कते पत्थर में काई नहीं लगती उसी प्रकार मनुष्य को चलते ही रहना है रुका तो उसमें आई मीन बीमारी आलस जैसी तमाम बीमारी यो का घर उसका शरीर बन जाएगा
मैंने पत्रों से सीखा
लुढ़कते पत्थर में काई नहीं लगती उसी प्रकार मनुष्य को चलते ही रहना है रुका तो उसमें आई मीन बीमारी आलस जैसी तमाम बीमारी यो का घर उसका शरीर बन जाएगा