मैंने चुना है केसरिया रंग मेरे तिरंगे का
मैंने चुना है केसरिया रंग मेरे तिरंगे का
प्रयास करूंगी ये फीका न पड़ पाए।
ये भोर की अरुणिमा का रंग है
और इसी भोर की तरह अरुणिम
उदय होने को आतुर,
जीवन के नन्हें नन्हें पौधों का हाथ
है मेरे हाथ में ।
मैं प्रयास करूंगी उन्हें सशक्त कर
उदयाचल में लाने का,
ताकि निखर सके मेरे भारत का भविष्य
निज संस्कृति केसरिया रंग की आभा में।
अगर तुम भी महसूस करते हो ये भाव
तो चुनो तुम भी एक रंग तिरंगे का
ताकि कभी फीके न हो तिरंगे के रंग
और ये शान से लहरा सके विश्व में।