मैंने आज तक किसी के
मैंने आज तक किसी के
बैल नहीं मारे साहब!
हां, कीड़े ज़रूर मारता हूँ
किसी न किसी के।
वो भी बेनागा।।
😊प्रणय प्रभात😊
मैंने आज तक किसी के
बैल नहीं मारे साहब!
हां, कीड़े ज़रूर मारता हूँ
किसी न किसी के।
वो भी बेनागा।।
😊प्रणय प्रभात😊