मेहनत व्यर्थ नहीं जाती है (बाल कविता)
मेहनत व्यर्थ नहीं जाती है (बाल कविता)
छोटू उस दिन रोता आया,
स्पर्धा में जीत न पाया
चुप से कमरे में जा बैठा
दादाजी ने फिर समझाया
कभी कभी ऐसा होता है
फल पाना दुष्कर होता है
कोशिश करना काम तुम्हारा,
फल तो ईश्वर ही देता है।
असफलता को क्षणिक मानना
कोशिश अपनी जारी रखना
मेहनत व्यर्थ नहीं जाती है
इसको सदा याद तुम रखना
एक दिन तुम अव्वल आओगे
इसको गांठ बांध कर रखना
श्रीकृष्ण शुक्ल,