Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Dec 2017 · 1 min read

मेला: सात दोहे

मेला: सात दोहे
// दिनेश एल० “जैहिंद”

मेला देता है मजा, _ मेला बड़ा सुहाय ।
हर्षित नर-नारी सबै, बच्चे बड़ा लुभाय ।।

हैं तमाशे अलग-अलग, खेलों का भरमार ।
कुछ खेलो देके नगद, खेलो तनिक उधार ।।

कुछ खा लो, पी लो जरा, मजे करो भरपूर ।
झूला झूलो झूमके, __ हो जाओ तुम चूर ।।

रेलमरेला चाट का, _छोले का चटकार ।
लेने को गर्म गुजिया, बैठी कितनी नार ।।

ठेलमठेला भीड़ है, _ लगा हुआ बाजार ।
लगाकर दाव दाव पर, ठगे जाते हजार ।।

मेला है धरती यहाँ, तरह-तरह के भोग ।
माल उड़ाने में सभी, _लगे हुए हैं लोग ।।

मेला मोल-मोल मिला, मजे करो जैहिंद ।
मजे-मजे जीवन कटे, _दया करो गोविंद ।।

==============
दिनेश एल० “जैहिंद
24. 11. 2017

Language: Hindi
328 Views

You may also like these posts

रिश्ते..
रिश्ते..
हिमांशु Kulshrestha
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अब आए हो तो कुछ नया करना
अब आए हो तो कुछ नया करना
Jyoti Roshni
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*प्रबल हैं भाव भक्तों के, प्रभु-दर्शन जो आते हैं (मुक्तक )*
*प्रबल हैं भाव भक्तों के, प्रभु-दर्शन जो आते हैं (मुक्तक )*
Ravi Prakash
प्रलोभन
प्रलोभन
Rajesh Kumar Kaurav
प्रदूषण की छांव में दिल्ली
प्रदूषण की छांव में दिल्ली
Dr. AMIT KUMAR DIXIT
दया के सागरः लोककवि रामचरन गुप्त +रमेशराज
दया के सागरः लोककवि रामचरन गुप्त +रमेशराज
कवि रमेशराज
इंसाफ : एक धोखा
इंसाफ : एक धोखा
ओनिका सेतिया 'अनु '
..
..
*प्रणय*
जब तक प्रश्न को तुम ठीक से समझ नहीं पाओगे तब तक तुम्हारी बुद
जब तक प्रश्न को तुम ठीक से समझ नहीं पाओगे तब तक तुम्हारी बुद
Rj Anand Prajapati
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सच्चाई
सच्चाई
Seema Verma
" शिक्षक "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम
तुम
Rekha khichi
2618.पूर्णिका
2618.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
* धीरे धीरे *
* धीरे धीरे *
surenderpal vaidya
किसी के इश्क़ में दिल को लुटाना अच्छा नहीं होता।
किसी के इश्क़ में दिल को लुटाना अच्छा नहीं होता।
Phool gufran
दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो.
दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो.
Piyush Goel
"सुबह की चाय"
Pushpraj Anant
21) इल्तिजा
21) इल्तिजा
नेहा शर्मा 'नेह'
You have to be ready for the unfavourables. You have to acce
You have to be ready for the unfavourables. You have to acce
पूर्वार्थ
हार ....
हार ....
sushil sarna
लालच
लालच
Vishnu Prasad 'panchotiya'
#वर_दक्षिण (दहेज)
#वर_दक्षिण (दहेज)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
रंग जाओ
रंग जाओ
Raju Gajbhiye
अनुभूति
अनुभूति
Shweta Soni
कोरोना काल मौत का द्वार
कोरोना काल मौत का द्वार
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
भीम के दीवाने हम,यह करके बतायेंगे
भीम के दीवाने हम,यह करके बतायेंगे
gurudeenverma198
Loading...