बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़–
मेलमिलाप ईद होली दिवाली, जेब से डायरेक्ट लिंक देखिए
पैसों के हिसाब से रंग बदलने वाली, प्यार की इंक देखिए।
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़
भाँग-धतूरा पानी-पिचकारी गुम, अरबों में गटकी ड्रिंक देखिए।
न कान्हा-गोपी वाले गायन-वादन, न वो रंग अबीर-गुलाल
और सब इस मुल्क़ में फीका, राजनीति हमेशा पिंक देखिए।
खुशी-खुशी चल दिये बंगारुलक्ष्मण जैसे जीत चुके थे लड़ाई,
दिल्ली में उन्हें डुबाने वालों का, गोवा में सेल्फ स्टिंग देखिए।
‘इण्डिया-शाइनिंग’ सा न हो परिणाम अब कभी ओ भाजपा!
उम्मीदें अथाह हैं देश को तुमसे, नमो-नमो की स्विंग देखिए।
ख़ैर वो बात पुरानी थी, अब तो चहुंँओर भाजपा ही भाजपा है,
२०२४ में पांच बरस नहीं, पच्चीस बरस का हाइ-जंप देखिए।