“मेरे हमसफ़र “
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
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करोगी प्यार जो मुझसे मेरा एहसान करोगी ,
सफर में चलके रास्ता मेरा आसान करोगी !
कमी थी मुझ को हम सफ़र मिले तो सही ,
तुम जिंदगी को झुक के एहतराम करोगी!!
करोगी प्यार जो ……….
थी चाहतें जो तुमसे मिलने की ,
मेरे करीब तो तुम आ ही गयी !
पता नहीं था मुझे सपनों में ,
मेरे दिल पे तुम यूँ छा ही गयी !!
थी चाहतें जो तुमसे मिलने की ,
मेरे करीब तो तुम आ ही गयी !
पता नहीं था मुझे सपनों में ,
मेरे दिल पे तुम यूँ छा ही गयी !!
मेरी आरजू जो थी तुम्हें अपना बनाने की ,
मुझे भी पाके तुम दुआ सलाम करोगी !
करोगी प्यार जो मुझसे मेरा एहसान करोगी ,
सफर में चलके रास्ता मेरा आसान करोगी !!
कमी थी मुझ को हम सफ़र मिले तो सही ,
तुम जिंदगी को झुक के एहतराम करोगी!!
करोगी प्यार जो ……….
जमाने से नहीं है डर मुझको ,
तुम्हारे साथ हम मिलके गुजरेंगे !
आपनी धरती और जहाँ को भी ,
महकते फूलों से हम सजाएंगे !!
जमाने से नहीं है डर मुझको ,
तुम्हारे साथ हम मिलके गुजरेंगे !
आपनी धरती और जहाँ को भी ,
महकते फूलों से हम सजाएंगे !!
हमें थी जिद्द तुम्हें अपना सदा बनाने की
तुम जिंदगी को झुक के एहतराम करोगी!!
मेरी आरजू जो थी तुम्हें अपना बनाने की ,
मुझे भी पाके तुम दुआ सलाम करोगी !
करोगी प्यार जो मुझसे मेरा एहसान करोगी ,
सफर में चलके रास्ता मेरा आसान करोगी !!
कमी थी मुझ को हम सफ़र मिले तो सही ,
तुम जिंदगी को झुक के एहतराम करोगी!!
करोगी प्यार जो ……….
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डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
साउंड हैल्थ क्लीनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखण्ड
भारत
07. 03. 2022.