मेरे साथ चले…
जिन को परवाह नहीं थोड़ा दूर चलें!
जिन को परवाह है वो मेरे साथ चलें!
हम चले दोस्तों का काफ़िला ले कर!
कुछ जुदा हो गए कुछ मेरे साथ चले!
बड़े करीब से ही उठ कर चले गये वो!
न पकड़ सके दामन न मेरे साथ चले!
जो चले गये हमे छोड़ कर जाने कहाँ!
चाहता हूँ वो लौट आये मेरे साथ चले!
मुश्किल राहे भी हँसते हुए पार करेंगे!
गर राह-ए-वफ़ा में वो मेरे साथ चले!
बात गुरुर की नहीं बस एेतबार की है!
गर चलु तो पुरा कारवां मेरे साथ चले!
#AnoopS©
23 Nov 2019