“ मेरे सपनों की दुनियाँ ”
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
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चाहता हूँ सबको अपना दोस्त बना लूँ
सबको अपने हृदय के कोने में बसा लूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ
चाहता हूँ सबको अपना दोस्त बना लूँ
सबको अपने हृदय के कोने में बसा लूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ !!
प्रेम की बंसी बजे
प्यार सबको हम करे
मिलके हम सब रहे
सब की पूजा हम करे
प्रेम की बंसी बजे
प्यार सबको हम करे
मिलके हम सब रहे
सब की पूजा हम करे !!
चाहता हूँ मंदिर मस्जिद साथ सजा दूँ
सब मिल कर धरा को स्वर्ग बना लूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ
चाहता हूँ सबको अपना दोस्त बना लूँ
सबको अपने हृदय के कोने में बसा लूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ !!
रंग भेद ना चाहिए
विश्व शांति लाइए
सम्मान सबका कीजिए
दिल सभी का जीतिए
रंग भेद ना चाहिए
विश्व शांति लाइए
सम्मान सबका कीजिए
दिल सभी का जीतिए !!
चाहता हूँ कि परिसीमाओं को मिटा दूँ
सब दीवारें जो खड़ीं हैं उसको गिरा दूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ
चाहता हूँ सबको अपना दोस्त बना लूँ
सबको अपने हृदय के कोने में बसा लूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ !!
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो
भाषाओं से जुड़ना सीखो
अपनों से मुँह ना मोड़ो
उनके दिल को तुम ना तोड़ो
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो
भाषाओं से जुड़ना सीखो
अपनों से मुँह ना मोड़ो
उनके दिल को तुम ना तोड़ो !!
चाहता हूँ कि जख्मों पर पट्टी लगा दूँ
राहत मिले उन्हें बस अपना बना लूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ
चाहता हूँ सबको अपना दोस्त बना लूँ
सबको अपने हृदय के कोने में बसा लूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ !!
आपस में क्यों लड़ें
अपनों से क्यों भिड़ें
उसकाने पर क्यों करें
लोगों से क्यों डरें
आपस में क्यों लड़ें
अपनों से क्यों भिड़ें
उसकाने पर क्यों करें
लोगों से क्यों डरें !!
चाहता हूँ विश्व से असहिष्णुता मिटा दूँ
सबको प्यार का मंत्र मैं कंठस्थ करा दूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ
चाहता हूँ सबको अपना दोस्त बना लूँ
सबको अपने हृदय के कोने में बसा लूँ
गाँव हो या शहर प्रांत होया सारा जहां
सब मिलकर एक नयी दुनिया बसा लूँ !!
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डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत
23.09.2022.