मेरे सपने
नींद टूटी और मेरे सारे सपने बिखर गए
जिसे सजाने मे लगा दी मैने पुरी रात
नींद खुलते ही पल भर में टुट गए
हुआ जब हकीकत से सामना
मेरे सारे सपने मुझसे रूठ गए
मुझे अपना कसूरवार ठहराकर
वह मुँह फुलाकर मुझसे बैठ गए
मैने जब पुछा उनसे
मै तेरा कसूरवार कैसे हो गई
उन्होने मुँह फुलाकर मुझसे बोला
तु नींद से क्यों जाग गई।
~अनामिका