मेरे शिक्षक
मां बाप ने उंगली पकड़कर चलना जो सिखाया
तो शिक्षक ने हाथ पकड़कर लिखना सिखाया।।
पकड़ी जो उंगली तो सारा जहां देखा
पकड़ा जो कलम तो सारे का सारा जहां देखा
मिटा के किस्मत की बुरी लकीरों को
खींच रहे हैं हम बुलंदियों की सुनहरी रेखा
जो चाह रखे बस मेरी सफलता का
मेरा शिक्षक, मेरा गुरु इतना अनोखा?
जिसकी देख रेख में कमाए हमने विद्या धन के भंडार
मिटा दिया उसने अपना हर पल, भरने को मुझमें जीत का अंगार।।
~मेरे शिक्षकों को नमन!!
अंकिता पटेल