मेरे विचार
साहित्य पीडिया एक ऐसा स्वतंत्र ई मंच है जिसने कितने नवोदित रचनाकारों को अवसर प्रदान कर उन्हें गुमनामी के अंधेरे से निकालने का अथक प्रयास किया है, उन्हें प्रेरित किया है और उनकी लेखनी को बल दिया है। आज के परिवेश में जब हमारी मातृभाषा मृतप्राय है, यह मंच हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी के लिए संजीवनी की तरह कार्य कर रही है। यह अति प्रशंसनीय है। मैं भी अपने अनुभवों की अभिव्यक्ति कागज के पन्नों पर करता था किंतु साझा न कर पाने के कारण वे मुझ तक ही सीमित रहते थे। आज साहित्य पीडिया ने इस मंच पर मुझे अवसर प्रदान किया जिससे मैं अपने उद्देश्य की ओर अग्रसर हूं। इसके लिए मैं साहित्य पीडिया का हृदय से आभार प्रकट करता हूं और यह मंच यूं ही सदा चलता रहे, नवोदित रचनाकारों को अवसर देकर सदा फले फूले, यही कामना करता हूं।
भागीरथ प्रसाद