#मेरे रास्तों पे कभी चलते नही बनता तुझ से
मेरे रास्तों पे कभी चलते नही बनता तुझ से
बस ये सोच के हमेशा दूर ही रहा तुझ से
यूँ तो हर वक़्त गमो-खुशी से तेरे वाकिब था
तेरी नजरों में पर अनजान ही रहा तुझसे
**##कपिल जैन##**
मेरे रास्तों पे कभी चलते नही बनता तुझ से
बस ये सोच के हमेशा दूर ही रहा तुझ से
यूँ तो हर वक़्त गमो-खुशी से तेरे वाकिब था
तेरी नजरों में पर अनजान ही रहा तुझसे
**##कपिल जैन##**