मेरे मरने तक
तुम तो साथ हो नहीं
बस तुम्हारी यादें है
जायेगी नहीं कभी ये
दिल से, मेरे मरने तक।।
तुम याद रखो न रखो
कोई फर्क नहीं पड़ता,
प्यार तो मैंने किया है,
निभाऊंगा, मेरे मरने तक।।
सुनो! तुम्हारी ये आंखें
जो बातें करती है मुझसे
रहेगी हमेशा मेरी यादों में,
न भूलूंगा मैं इन्हें, मेरे मरने तक।।
मुझे तुमसे कुछ नहीं लेना
न मैं दे सकता हूं कुछ तुम्हें
सोच लिया है मैंने तो, तुम्हें
प्यार करूंगा, मेरे मरने तक।।
तेरी यादें भी तो तुमसे कम
खूबसूरत नहीं लगती मुझे
तू न मिली तो क्या, तेरी यादें
मेरे साथ रहेगी, मेरे मरने तक।।
काफी है मेरे जीने के लिए
तो, ये गम तेरी जुदाई का
जो तेरे होने का अहसास
दिलाएगा मुझे, मेरे मरने तक।।
तुम्हारी सिर्फ एक झलक ही
काफी है मेरे जीने के लिए
घर कर गई वो तो दिल में मेरे
छुपाकर रखूंगा उसे, मेरे मरने तक।।
खूबसूरत है बहुत ज़िंदगी
तेरी यादों के भंवर में भी
रहना चाहता हूं अब साथ
इनके ही मैं, मेरे मरने तक।।
अब तो बस तुमसे एक
ही अर्ज़ है मेरी जीवन में,
मुझे नज़र न आना तुम
कभी अब, मेरे मरने तक।।