मेरे भईया
रौशनी जैसे जग में
जगमगाते रहें मनाते रहें ।।
पर्व यूं ही खुशी के
मनाते रहें ।।
दर्द-ओ-गम कोई
आपको छू न सके।
मेरे भईया सदा
मुस्कुराते रहें ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
रौशनी जैसे जग में
जगमगाते रहें मनाते रहें ।।
पर्व यूं ही खुशी के
मनाते रहें ।।
दर्द-ओ-गम कोई
आपको छू न सके।
मेरे भईया सदा
मुस्कुराते रहें ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद