मेरे पिता मेरे भगवान है
जिसने मुझको जन्म दिया
जिसने मुझको पाला
जिसने हर पल मेहनत करके
मुझे दिया निवाला
जीनसे मिलती मुझे पहचान है
मेरे पिता मेरे भगवान है !!
जिनकी उंगली पकड़ चला मै
जिनके साथ हूँ खेला
कंधों पर स्कूल गया
और खूब घुमा हूं मेला
कर्म जिनके महान है
मेरे पिता………!!
हर त्यौहार को कपड़ा नया
अपने लिए जरूरत पर
ख्वाहिशे पूरी करते-करते
झुरिया चढ गईं सूरत पर
जिसने पुरा किया हर अरमान है
मेरे पिता……….!!
धरती पर भगवान का
माँ-बाप है रूप
इनकी छत्र-छाया में
लगती नहीं है धूप
मेरी दुनिया मेरी माँ
पिता जहान है
मेरे पिता………!!
सुनिल गोस्वामी