मेरे पापा
मेरे खातिर किसी से,मेरे पापा डरते नहीं।
मेरी फिक्र के सिवा,वो कुछ सोचते नहीं।।
आज तक मैंने न देखा,उनके जैसा कोई धनवान;
जेब खाली हो फिर भी,मना करते नहीं।।
रचयिता-कवि कुलदीप प्रकाश शर्मा”दीपक”
मो.नं.-9628368094,7985502377
मेरे खातिर किसी से,मेरे पापा डरते नहीं।
मेरी फिक्र के सिवा,वो कुछ सोचते नहीं।।
आज तक मैंने न देखा,उनके जैसा कोई धनवान;
जेब खाली हो फिर भी,मना करते नहीं।।
रचयिता-कवि कुलदीप प्रकाश शर्मा”दीपक”
मो.नं.-9628368094,7985502377