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16 Jun 2022 · 1 min read

मेरे पापा मेरे सांता क्लॉस

मेरे पापा मेरे सांता क्लॉज

क्रिसमस ईव है फिर से आई
खुशियों की सौगात है लाई
नन्हे बच्चे चहक रहे हैं
सबके दिलों में है खुमारी छाई

कोई चाहे प्यारी गुड़िया
किसी को पसंद हैं गुब्बारे
सबके सांता फिर आएंगे
उपहार देने प्यारे-प्यारे

मैं भी जब छोटा था
मुझे भी उपहार मिलता था
क्या होली क्या दिवाली
हर त्यौहार क्रिसमस था

मेरे भी सांता क्लॉज आते थे
कपड़े खिलौने चॉकलेट सब लाते थे
देखा था मैंने चुपके से
वह पापा ही थे जो सांता बनकर आते थे

थपकी देकर मेरे सर पर
अपना प्यार लुटाते थे
नींद में ही महसूस कर लेता
वह पापा ही थे जो सांता बनकर आते थे

अब मैं बड़ा हो गया हूं
अपने पैरों पर खड़ा हो गया हूं
क्या इसी बात से मेरे सांता नहीं आते
एक बार जो गए छोड़कर मेरे पापा नहीं आते

– आशीष कुमार
मोहनिया बिहार

2 Likes · 6 Comments · 233 Views

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