“एक काम कर”
कर न कर कुछ बस तू एक काम कर।
तेरे हाथों में ये मेरा हाथ रख थाम कर।
जो दे ग़म सर झुका करु क़बूल ए खुदा!,
कम से कम कुछ खुशी तो मेरे नाम कर।
-शशि “मंजुलाहृदय”
कर न कर कुछ बस तू एक काम कर।
तेरे हाथों में ये मेरा हाथ रख थाम कर।
जो दे ग़म सर झुका करु क़बूल ए खुदा!,
कम से कम कुछ खुशी तो मेरे नाम कर।
-शशि “मंजुलाहृदय”