Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2021 · 1 min read

मेरे नयना बरस रहे हैं

गीत.. (मेरे नयना…)

मेरे नयना बरस रहे हैं,
रिमझिम-रिमझिम जैसे सावन ।
प्रिय तुम बिन लगता है मुझको,
सूना- सूना सा घर आँगन ।।

घोल रहा मधु बाग पपीहा,
कोयल कू कू गीत सुनाये ।
मधुवन की मोहक शीतलता,
तन- मन में है आग लगाये।।
रास नहीं आ रहा कहीं कुछ,
पास नहीं जो तुम हो साजन।
मेरे नयना बरस रहे हैं,
रिमझिम-रिमझिम जैसे सावन।।

मैं विरहन बैठी घबराती,
कब आवोगे पास हमारे ।
डूब न जाऊँ बीच भँवर में,
पहुँचा दो आ मुझे किनारे ।।
व्यथा नयन की दूर करो आ,
जिससे उर हो जाये पावन ।
मेरे नयना बरस रहे हैं,
रिमझिम-रिमझिम जैसे सावन।।

दोष नहीं दे सकती तुमको,
तुम प्रियतम हो मन के मेरे ।
रात चाँदनी चिढ़ा रही हैं,
कोस रही सखि नित्य सवेरे ।।
समझाती हूँ खुद को लेकिन,
कुछ तुम भी समझो मनभावन।
मेरे नयना बरस रहे हैं,
रिमझिम-रिमझिम जैसे सावन।।

मेरे नयना बरस रहे हैं,
रिमझिम-रिमझिम जैसे सावन ।
प्रिय तुम बिन लगता है मुझको,
सूना- सूना सा घर आँगन ।।

डाॅ. राजेन्द्र सिंह ‘राही’
(बस्ती उ. प्र.)

Language: Hindi
Tag: गीत
288 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चाचा नेहरू
चाचा नेहरू
नूरफातिमा खातून नूरी
पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग।
पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*आयु मानव को खाती (कुंडलिया)*
*आयु मानव को खाती (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"सम्मान व संस्कार व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी अस्तित्व में र
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
आज मंगलवार, 05 दिसम्बर 2023  मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की अष्टमी
आज मंगलवार, 05 दिसम्बर 2023 मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की अष्टमी
Shashi kala vyas
बस्तर का बोड़ा
बस्तर का बोड़ा
Dr. Kishan tandon kranti
कभी-कभी ऐसा लगता है
कभी-कभी ऐसा लगता है
Suryakant Dwivedi
बेरोजगारी के धरातल पर
बेरोजगारी के धरातल पर
Rahul Singh
Don’t worry, the right one won’t leave.
Don’t worry, the right one won’t leave.
पूर्वार्थ
इस बार
इस बार "अमेठी" नहीं "रायबरैली" में बनेगी "बरेली की बर्फी।"
*प्रणय प्रभात*
झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात।
झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात।
Arvind trivedi
आया नववर्ष
आया नववर्ष
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
.हिदायत
.हिदायत
shabina. Naaz
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
कवि रमेशराज
शक्ति की देवी दुर्गे माँ
शक्ति की देवी दुर्गे माँ
Satish Srijan
Miss you Abbu,,,,,,
Miss you Abbu,,,,,,
Neelofar Khan
जीत कर तुमसे
जीत कर तुमसे
Dr fauzia Naseem shad
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
Dr Nisha Agrawal
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शीर्षक – फूलों सा महकना
शीर्षक – फूलों सा महकना
Sonam Puneet Dubey
एक कुण्डलियां छंद-
एक कुण्डलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
3791.💐 *पूर्णिका* 💐
3791.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नारी है नारायणी
नारी है नारायणी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मोबाइल फोन
मोबाइल फोन
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
श्री राम अमृतधुन भजन
श्री राम अमृतधुन भजन
Khaimsingh Saini
जय श्री राम
जय श्री राम
Er.Navaneet R Shandily
मेरे सपने
मेरे सपने
Saraswati Bajpai
****भाई दूज****
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
Loading...