*** मेरे देश का गरीब ***
कहाँ गुजर रही है जिन्दगी
जाकर कभी पूछो इन से
न जाने किन कर्मो की सजा
मिल रही इनको जाकर पूछो !!
हालात मेरे देश के देख कर
यह लगता है कभी खत्म न
होगी यह गरीबी की दास्ताँ
बताओ कब खत्म होगी ??
जाकर जरा नेताओं से पूछो !!
रहते हैं खुद महलों में और
बाते करते हैं गरीबी मिटानेे की
बेकार सब्जबाग दिखाते हैं इनको
हम गरीबी मिटा देंगे, कब ??
बताओ किस नेता से जाकर पूछेू !!
न जाने कितने आये और आकार
चले गए इस देश से गरीबी मिटाने को
जाकर कब सोयेंगे यह भी बिस्तर पर
रात की नीदं लेनेको अपने परिवार के साथ
इनकी गहरी भावनाओ से जाकर पूछो !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ