मेरे दिल की धरा पर
मेरे दिल की धरा पर बीज विष का बो गई हो तुम
कहां हो आजकल अब किस जहां में खो गई हो तुम
बयां कर दो ज़िगर की बात मौला की कसम तुमको
मुसीबत है कोई या फिर किसी की हो गई हो तुम।
शक्ति त्रिपाठी देव
मेरे दिल की धरा पर बीज विष का बो गई हो तुम
कहां हो आजकल अब किस जहां में खो गई हो तुम
बयां कर दो ज़िगर की बात मौला की कसम तुमको
मुसीबत है कोई या फिर किसी की हो गई हो तुम।
शक्ति त्रिपाठी देव