मेरे जीवन का सार हो तुम।
मेरे जीवन का सार हो तुम।
एक प्यारी सी किताब हो तुम।
कभी आधा चाँद तो कभी आफताब हो तुम।
मैं जो कहता हू वो गज़ल हो तुम।
तुम्हारे होने से मैं हू,
मेरा एहसास हो तुम जो मुझे जाने वो दोस्त हो तुम
तुम्हारे होने से मैं हू’ मेरे जीवन का सार हो तुम।
मेरी अनकही बातो को समझे वो यार हो तुम।
मेरा प्यार हो तुम मेरा प्यार हो तुम ।।