Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2022 · 1 min read

मेरे ख्वाबों में आकर,मुझे क्यों सताते हो

मेरे ख्वाबों में आकर मुझे क्यों सताते हो,
पास होकर भी,मुझसे दूर क्यो हो जाते हो।
बिगड़ा क्या है मैने जो इस तरह सताते हो,
सता कर भी मुझे फिर प्यार क्यों जताते हो।।

मन में अगर कोई बात उसे क्यों नही बताते हो,
अगर ओर है कोई दिल में उसे क्यों छिपाते हो।
खुलकर बात करो तुम,मेरा दिल क्यो दुखाते हो,
अच्छी राह दिखाकर बुरी राह क्यो दिखाते हो।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 326 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
धर्म निरपेक्षता
धर्म निरपेक्षता
ओनिका सेतिया 'अनु '
नवरात्र में अम्बे मां
नवरात्र में अम्बे मां
Anamika Tiwari 'annpurna '
महंगाई के इस दौर में भी
महंगाई के इस दौर में भी
Kailash singh
कौन सुने फरियाद
कौन सुने फरियाद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
Ranjeet kumar patre
*वही एक सब पर मोबाइल, सबको समय बताता है (हिंदी गजल)*
*वही एक सब पर मोबाइल, सबको समय बताता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"यादें"
Yogendra Chaturwedi
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
3202.*पूर्णिका*
3202.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गांव की याद
गांव की याद
Punam Pande
तेरा हासिल
तेरा हासिल
Dr fauzia Naseem shad
****प्रेम सागर****
****प्रेम सागर****
Kavita Chouhan
5-सच अगर लिखने का हौसला हो नहीं
5-सच अगर लिखने का हौसला हो नहीं
Ajay Kumar Vimal
स्वप्न कुछ
स्वप्न कुछ
surenderpal vaidya
कविता
कविता
Shweta Soni
"आँखें तो"
Dr. Kishan tandon kranti
समुन्दर को हुआ गुरुर,
समुन्दर को हुआ गुरुर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माँ
माँ
Dinesh Kumar Gangwar
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Bikhari yado ke panno ki
Bikhari yado ke panno ki
Sakshi Tripathi
पिता
पिता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
■ कोशिश हास्यास्पद ही नहीं मूर्खतापूर्ण भी।।
■ कोशिश हास्यास्पद ही नहीं मूर्खतापूर्ण भी।।
*प्रणय प्रभात*
होंगे ही जीवन में संघर्ष विध्वंसक...!!!!
होंगे ही जीवन में संघर्ष विध्वंसक...!!!!
Jyoti Khari
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए
प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
द्वंद्वात्मक आत्मा
द्वंद्वात्मक आत्मा
पूर्वार्थ
*
*"अवध में राम आये हैं"*
Shashi kala vyas
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
Not longing for prince who will give you taj after your death
Not longing for prince who will give you taj after your death
Ankita Patel
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
Rajesh Kumar Arjun
Loading...