मेरे करीब़ हो तुम
हो मेहरबान जो मेरे करीब़ हो तुम
तुम्ही से जहान् मेरा नसीब हो तुम
मैं कुछ नहीं तेरे बगैर अ मेरे हमदम
तुम्ही हो जान मेरी मेरे हबीब हो तुम
तुम हो करीब तो फिक्र नहीं मुझको
तुम्ही हमसफर हो मेरे नज़ीब हो तुम
लबों पे हँसी तुमसे तुम्ही गुरूर मेरा
तुम्ही दुआ मेरी मेरा ताबीज हो तुम
करीब रहना”विनोद”जिंदगी बनकर
तुमसे दिवाली है तो मेरी ईद हो तुम