Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
191 Followers
Follow
Report this post
23 Jun 2024 · 1 min read
मेरे एहसास
मेरे एहसास तुम समझ लेते ,
मेरे जज़्बों को लफ़्ज़ मिल जाते ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
2 Likes
· 91 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like these posts
मन की डायरी
Surinder blackpen
इस ज़िंदगानी में
Dr fauzia Naseem shad
''फॉलोवर्स" का मतलब होता है "अनुगामी।"
*प्रणय*
हम अरण्यरोदण बेवसी के जालों में उलझते रह गए ! हमें लगता है क
DrLakshman Jha Parimal
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
बेहद मामूली सा
हिमांशु Kulshrestha
निर्दोष कौन ?
Dhirendra Singh
4204💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
क्या यही है हिन्दी-ग़ज़ल? *रमेशराज
कवि रमेशराज
न्याय यात्रा
Bodhisatva kastooriya
स्वयं की खोज कैसे करें। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
The sky longed for the earth, so the clouds set themselves free.
Manisha Manjari
त्रिपदा
Rambali Mishra
ख़ाली हाथ
Shashi Mahajan
मन और मौन
पूर्वार्थ
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
शरद का चांद
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पत्थर
Shyam Sundar Subramanian
मिलन
सोनू हंस
- हम तुम्हारे बिना अधूरे है -
bharat gehlot
बढ़े चलो तुम हिम्मत करके, मत देना तुम पथ को छोड़ l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
पूर्णिमा की चाँदनी.....
Awadhesh Kumar Singh
" सवाल "
Dr. Kishan tandon kranti
दुख और सुख
Savitri Dhayal
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़जल
Mangu singh
बेखबर को
सिद्धार्थ गोरखपुरी
परिणाम से डरो नहीं
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
🗣️चार लोग क्या कहेंगे
Aisha mohan
Loading...