— मेरे आदत नही —
किसी को परेशां कर के
आनंद लेना , खुश होना
ऐसी मेरी आदत नही !!
मैं खुद के गम में
खुशिओं संग रहता हूँ
पराये की ख़ुशी में दुखी होना
मेरी आदत नही !!
सब खुश रहे मुझ से
किसी को कोई गम न मिले
किसी को धोखे से हसा देना
यह मेरी आदत में नही !!
दोस्त मिल जाएँ तो अच्छा
बेवजह की दोस्ती बढ़ाना
मेरी जिन्दगी में शामिल नही
राह में मिले कोई परेशां
उस से बच के निकल जाऊं
ऐसी मेरी आदत नही !!
प्यार और मोहोब्बत से जिओ
किसी से जलने की आदत नही
सब से प्यार से बात करता हूँ
दिल दुखाना किसी का
मेरी यह आदत नही !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ